

व्यवहार का समय गया,
संबंध अब पैसों से बनते हैं...
तुम किसी के उतने ही रहो,
जितना सामने वाला तुम्हारा हो....
हालत कितने भी खराब हो,
मौत आने तक तो जीना ही पड़ेगा...
दोस्ती हो या दुश्मनी,
हम अंत तक निभाते हैं..।
मन सुंदर होना चाहिए,
बाहर तो सब Filter लगाते हैं...
पैसा सिर्फ बोलता नहीं,
बोलती भी बंद कर देता हैं.....
जिंदगी ने ऐसे मजे लिए हैं की अब खुद पर
हंसी आती हैं...
सच बोलने पर ज़्यादा कुछ तो नहीं मिलता है,
बस कुछ लोग आपके दुश्मन हो जाएंगे !
व्यवहार वही रखिए,
जहां जान से ज्यादा जुबान की कीमत हो...।
दिल साफ़ रखिए.....
वक्त सबका बदलता है...।
इंसानियत खाली हो रही हैं
जब भर ने की दौड़ में...
तलाश है सुकून की उलझे हुए तो कब से हैं..!
गिरने के बाद पता चलता है की पैर कब
कहा और कैसे रखना हैं....
दुख ना होते तो इंसान ईश्वर को भूल जाता..!
व्यक्ति की हर भूल कोई ना कोई शिक्षा देती है...!
जरूरतें ओर नींद
जिंदगी में कभी पूरी नहीं होती...
लोगों का मुंह बंद करवाने से अच्छा
अपने कान बंद कर लो...!
अच्छा लगता हैं, एकांत में बैठकर
अपने बीते हुए पलो को याद करना...
समय रहते खुद को बदल लेना,
चाहिए जब समय हमें बदलता है,
तो तकलीफ बहुत होती है...
समय का चक्र बहुत तेज चलता है,
इसलिए न तो अपने बल का अहंकार करे,
और न अपने धन का...